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एक अदद कुएँ की तलाश है लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

तीन कवितायें...

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देव- बीमार व कैदी क्यों होता है आमतौर पर एक दरवाजा मंदिर में और होता नहीं एक भी झरोखा कल पूछा था देवदूत से देवदूत के चेहरे पर उभरी लाचारी व दर्द की रेखाएं अगर होंगे झरोखे परमात्मा हो जायेगा स्वस्थ और उसे कैद रखना होगा मुश्किल अगर हुए एक से अधिक दरवाजे दूत के चेहरे पर दर्द था क्योंकि उसका देव बीमार है और लाचारी क्योंकि बेडियाँ नहीं काट सकता                                           19.09.1996  पुत्र का आग्रह है पुत्र का आग्रह है खिड़कियां खोल देनी चाहिए ताकि सुनिश्चित हो सके हर घड़ी नूतन हवाओं का प्रवाह पिता अनुभवी है, लेकिन और उसने देखा है हवा में उड़ते छप्परों को वह निर्देश जारी करता है क्या जरुरत है खिड़की खोलने की जबकि मौजूद हैं घर में पोलर व सिन्नी के पंखे शीघ्र ही आ जायेगा एअरकंडीशनर लेकिन आज पता नहीं क्यों पुत्र ने जिद पकड़ ली है खिड़कियां खोल देनी चाहिए पुत्र की जिद पिता के लिए परेशानी है ...